By नीतू यादव लायब्रेरी एजुकेटर कोर्स (एल.ई.सी. 2017) के दौरान मैंने पढ़ने से जुड़ी गतिविधियों के बारे में कई लेख पढ़े जिससे बच्चों में किस प्रकार पढ़ने की क्षमता विकसित होती है, इस विषय पर मेरी समझ काफी मज़बूत हुई। सुजाताजी के आलेख पठन से पाठक का विकास में वे […]
पुस्तकालय में डिस्प्ले का महत्व
By नीतू यादव हमारा पुस्तकालय गौरा गाँव में एक छोटे-से कमरे में संचालित होता है। यह ढेर सारी किताबों और डिज़ाइनर सूचना पटलों से लैस तो नहीं है, पर हमारी कोशिश होती है कि हम एक पुस्तकालय के लिए ज़रूरी सभी सामग्री इस छोटे-से पुस्तकालय में ला पाएँ। हमारे पुस्तकालय […]
एक कहानी कई विचार
By नीतू यादव हम देखते हैं कि विभिन्न आर्थिक और सामाजिक पृष्ठभूमि के बच्चों के आपस में खेलने की जगहों, बाज़ारों और रहने की जगहों, और तो और, स्कूलों में भी ऐसा विभाजन है कि इन बच्चों के बीच मेलमिलाप के मौके ही नहीं बनते| इस स्थिति के चलते विचारों […]
जेंडर की जकड़न को तोड़ती कहानियाँ
By Brajesh Verma हम देखते हैं कि हमारा समाज वर्ग, वर्ण और जेंडर के आधार पर पूरी तरह से बँटा हुआ है और समाज में इन अलग-अलग वर्गों के आपसी मेल-मि लाप का कोई ज़रि या भी नहीं है। इसलि ए लोग एक-दूसरे के बारे में जान ही नहीं पाते| […]
Stories for a More Humane World
By Shivani Taneja and Ragini Lalit We live in a country where too many of children’s realities include not having money to buy what they need, walking long distances to collect firewood, going out to fish for their evening meal, or not having a dry corner to sleep or sit […]