By महेश झरबड़े नवीन हाईस्कूल 25वीं बटालियन,भोपाल में प्राथमिक शाला के बच्चों के साथ काम करते, इधर-उधर की बातचीत सुनते-सुनाते, बच्चों के साथ अलग-अलग पालकों से मिलते-मिलाते दो माह बीत चुके थे। इस दौर में मेरी बच्चों से अच्छी खासी दोस्ती हो चुकी थी। दरअसल, बच्चों के साथ घूमते हुए […]
बच्चों के नाम भी हैं रोचक टीएलएम
By महेश झरबड़े जन शिक्षा केन्द्र सूखीसेवनियाँ के साथ मिलकर काम करने की वजह से मेरा क्लस्टर की शासकीय शालाओं में अक्सर आना-जाना होता रहता है। इसके चलते शाला शिक्षकों और बच्चों के साथ मेरा अच्छा तालमेल बन गया है। काफी दिनों से मैं किसी एक स्कूल में पहली, दूसरी […]
बच्चों के बीच अखबार के साथ कुछ गतिविधियाँ
By महेश झरबड़े आज से कुछ साल पहले जब मैंने सूखीसेवनियाँ स्थित एक स्कूल में काम करना शुरू किया तो उन दिनों पुस्तकालय में अखबार नहीं आता था। ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण समाचार पत्र जैसी सुविधा कुछ गिने-चुने परिवारों में ही थी पर बच्चों की पहूँच तो अखबार तक […]